अनेको तरह के बिमारियो से लोग हो सकते हैं ग्रसित। सड़क पर पानी का छिड़काव नही होने से उड़ती धूल। लोगों के लिए धूल बना घातक। विभाग बना उदासीन।


मुरलीगंज मधेपुरा एनएच 107 रोड में निर्माण कार्य धीमे पर गया है। सड़क पर पानी का छिड़काव नही होने से आमलोगो को धूल फांकना मजबूरी बनी हुई है। इतना ही नहीं आम लोगों  उड़ती धूल से काफी परेशानी हुई। कहा जाए तो आमराहगीरो को धूल के कारण स्वांस और आंख संबंधी बिमारी ग्रसने को तैयार है। सड़क मेटल और जेएसबी कर छोड़ दिया गया है। जिस कारण काफी धूल उड़ती है। सड़क किनारे बसे लोग सहित आमलोगो को सड़क से सफर करना मुश्किल हो गया है। खासकर गौशाला चौक से मीरगंज तक सड़क पर पूरे दिन बड़े व छोटे वाहनों की आवाजाही और उड़ती धूल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य में शिथिलता बरती जा रही। सड़क पर पानी का छिड़काव नही किया जाता है। जिस कारण उड़ती धूल से सड़क पर चलना दुस्वार हो गया है। आलम यह है कि धूल से परेशानी आमलोग हो या पदाधिकारी सभी होती है। लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान देना आवश्यक नहीं समझते हैं। 

क्या कहते हैं लोग--
डॉ रूपेश कुमार ने बताया कि धूल से लोगों को अनेको तरह की बिमारी होने की संभावना बनी रहती है। खासकर आंख और स्वांस संबंधी बिमारी होने की संभावना ज्यादा रहती है। 
रंजित कुमार सिंह ने कहा कि सड़क पर पानी का छिड़काव नही होने के कारण धूल काफी उड़ती है। उन्होंने कहा कि यह धूल कभी जानलेवा साबित हो सकता है। 
घनश्याम अग्रवाल ने कहा कि धूल आमलोगो के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। धूल के कारण पर्यावरण भी प्रदूषित हो रही है। जल्द सड़क निर्माण के प्रति ठेकेदार उदासीन है। 
डॉ लक्ष्मी कुमारी ने बताया कि धूल से लोगों के शरीर में एलर्जी होने की प्रबल संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण प्रदूषित होने से सांस लेने और अस्थामा जैसे बिमारी से ग्रसित लोगों के लिए धूल घातक सिद्ध हो सकता है। 
वहीं पीडब्लूडी के ऐस्कुटिव इंजीनियर एन आलम ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पानी का छिड़काव किया जाता है। उन्होंने कहा कि सड़क नही बन रहा था तो भी लोग परेशान थे। जब बन रहा फिर भी परेशान है। बीटमिनस के कारण निर्माण कार्य में देरी हो रही। जल्द निर्माण के दिशा में कार्य करने के लिए ठेकेदार को कहा गया है।
रिपोर्ट- तेज़थिंक न्यूज़
 विनीत कुमार/मुरलीगंज (मधेपुरा)