खजुरिया गांव से निकला संदेश अब पहुंचा पचास गांव तक,शत प्रतिशत लाकडाउन का समर्थन।

2,*लाकडाउन थरुहट के गांवों ने पेश की मिसाल,सडक को सील कर लगा दी आने जाने पर पाबंदी।
-खजुरिया गांव से निकला संदेश अब पहुंचा पचास गांव तक,शत प्रतिशत लाकडाउन का समर्थन।
आवश्यक सेवा वाले ग्रामीणों को पैदल जाने की है अनुमति।
कोरोना को लेकर पीएम ने जो देशवासियों से अपील की उसका असर बगहा क सुदुर गांवों तक बखुबी से पहुंच गया है। बगहा के सबसे सुदुर थरुहट के पचास गांवों में लाकडाउन को लेकर रास्तों को ग्रामीणों ने पुरी तरह सील कर दिया है। गांव में  तो किसी बाहरी को आने की अनुमति है और न ही गांव का कोई व्यक्ति बाहर जा सकेगा। बगहा का थरुहट इलाका लाकडाउन को लेकर मिसाल कायम कर रहा है। वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के आसपास बसा है थरुहट का बडा इलाका। थरुहट के इस इलाके में ग्रामीणों ने गांव से निकलने वाले एवं गांव में प्रवेश के रास्तों को पुरी तरह सील कर पाबंदी लगा दी है। कोरोना का खौफ कहें या फिर पीएम की गुहार का अमल। यहां एक गांव से जो संदेश निकला देखते ही देखते चौबीस घंटे के अंदर करीब पचास गांवों तक पहुंचा और ग्राामीणों ने रास्तों को सील कर शत प्रतिशत लाकडाउन के पालन करने का फरमान जारी कर दिया।खजुरिया,भडछी,जरार,कटहरवा ,सोनगढवा,महदेवा समेत पचास गांवों में पीएम का आह्वान बखुबी से पालन हो रहा है।  भडछी के ग्रामीण ठगई महतो कहते है कि पीएम के संदेश को लेकर लाकडाउन के साथ साथ सोशल डिस्टेंसी का भी यहां शत प्रतिशत पालन हो रहा है।  गांव की रहने वाली उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा प्रबंधक मुन्नी  देवी कहती है कि  गांव से एक दो लोगों को बाहर जाने की अनुमति भी मिली जिनकों अनिवार्य सेवा के लिए कर्तव्य का निर्वहन करना है।मगर ग्रामीणों ने शर्त लगा दी पैदल ही सफर करना होगा।
सच मानिए देश के सबसे पिछड़े और सुदुर इलाकों से निकला यह संदेश महानगरों को लोगों के लिए बडा संदेश दे रहा है। जहां पुलिस को मजबुरन सख्ती बरतनी पड़ रही है।
रिपोर्ट- तेज़थिंक न्यूज़
 चंद्रभूषण शांडिल्य/बगहा/चंपारण