बिहार सरकार कर रही संगीत शिक्षण की अवहेलना


बिहार में 2019 के हो रहे एसटीइटी शिक्षक चयन में संगीत के लिए कोई स्थान नहीं रखा गया, जबकि सुबे में कई विद्यालयों में संगीत शिक्षक की कमी खलती है । इसके बावजूद चयन समिति ने संगीत के लिए एक भी पद के लिए आवेदन में जगह नहीं दी। इस प्रकार की चयन नीति से संगीत प्रशिक्षित युवक कभी अपने आप को तो कभी सरकार को कोस रहे हैं। दरअसल कई संगीत प्रशिक्षित बेरोजगार युवक अपनी उम्र सीमा भी खो रहे हैं ऐसे में अगर सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं आया तो उनके जीवन में संगीत सीखना एक अभिशाप बनकर रह जाएगा। कहा गया है कि संगीत जीवन को सही दिशा देती है और आदिकाल से ही शिक्षण में संगीत का एक अलग ही अद्भुत स्थान रहा है मगर बिहार सरकार की ऐसी चयन नीति को देखते हुए संगीत की उपेक्षा नजर आ रही है। सरकार और चयन समिति को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है ताकि संगीत प्रशिक्षित बेरोजगार युवकों को नौकरी के साथ-साथ संगीत को समाज में फैलाने का एक अवसर मिले.