बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है, और इसी के साथ राज्य में बड़े नेताओं के धुआंधार प्रचार का दौर भी शुरू हो गया है। राष्ट्रीय दलों से लेकर क्षेत्रीय दिग्गजों तक, हर पार्टी ने अपने 'स्टार प्रचारकों' की फौज मैदान में उतार दी है। ये वो चेहरे हैं जिनके भाषण न केवल जनता का ध्यान खींचते हैं, बल्कि चुनावी एजेंडा भी सेट करते हैं।
आइए, जानते हैं NDA और INDIA ब्लॉक के मुख्य स्टार प्रचारकों की सूची और उनके सबसे तीखे, प्रमुख चुनावी बयानों के बारे में, जिनसे बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है।
1. NDA के '40 महारथी': केंद्र से लेकर बॉलीवुड तक
NDA (National Democratic Alliance) ने अपने प्रचार अभियान को गति देने के लिए 40 से अधिक स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। इस लिस्ट में केंद्र के दिग्गज नेताओं के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री और भोजपुरी स्टार भी शामिल हैं।
प्रमुख स्टार प्रचारक (Key Star Campaigners):
| पार्टी | मुख्य प्रचारक |
| BJP | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस। |
| मनोज तिवारी, रवि किशन, और पवन सिंह (भोजपुरी स्टार)। | |
| JD(U) | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पार्टी के वरिष्ठ नेता। |
| अन्य दल | चिराग पासवान (LJP-RV), जीतन राम मांझी (HAM), उपेंद्र कुशवाहा (RLM)। |
NDA के प्रमुख चुनावी बयान:
| नेता | मुख्य बयान/चुनावी हमला | फोकस |
| अमित शाह | "नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों में बिहार को 'जंगल राज' से मुक्त कराया है।" साथ ही, उन्होंने RJD पर शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को टिकट देने को लेकर तीखा हमला बोला है। | कानून-व्यवस्था, RJD पर हमला, 20 साल के सुशासन का दावा। |
| नीतीश कुमार | महिला सशक्तिकरण (जीविका दीदी) और मुफ्त बिजली जैसी अपनी सरकार की योजनाओं पर ज़ोर। "हमारा गठबंधन एकजुट है, जबकि विपक्ष में अराजकता है।" | विकास, महिला वोट बैंक, विपक्षी एकता पर सवाल। |
| पीएम मोदी | युवाओं के लिए नई योजनाओं की घोषणा, और NDA की डबल इंजन सरकार के फायदे पर ज़ोर। | युवा, विकास, केंद्र-राज्य समन्वय। |
2. INDIA ब्लॉक (महागठबंधन) के बड़े चेहरे: एकता में देरी, पर तेवर तीखे
NDA की तुलना में, INDIA ब्लॉक (महागठबंधन) में सीट-बंटवारे में देरी के कारण स्टार प्रचारकों की सूची और उनका संयुक्त अभियान अभी पूरी तरह से ज़ोर नहीं पकड़ पाया है, लेकिन इसके मुख्य चेहरे लगातार हमलावर हैं।
प्रमुख स्टार प्रचारक (Key Star Campaigners):
| पार्टी | मुख्य प्रचारक |
| RJD | तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव (यदि प्रचार की अनुमति मिलती है)। |
| Congress | राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कन्हैया कुमार। |
| अन्य दल | मुकेश सहनी (VIP), लेफ्ट पार्टियों के नेता। |
INDIA ब्लॉक के प्रमुख चुनावी बयान:
| नेता | मुख्य बयान/चुनावी हमला | फोकस |
| तेजस्वी यादव | "हमारी सरकार बनी तो 20 महीने में हर घर के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी मिलेगी।" उन्होंने CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्य में 73,000 करोड़ रुपये के अप्रयुक्त फंड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। | रोज़गार, भ्रष्टाचार, युवाओं को सीधा संदेश। |
| कन्हैया कुमार | उन्होंने नीतीश सरकार पर "चूहे शराब पी रहे हैं, पुल चोरी हो रहे हैं, और प्रश्न पत्र लीक हो रहे हैं" जैसे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने, बल्कि पूरे 243 सीटों पर प्रचार करने की बात कही है। | भ्रष्टाचार, शिक्षा व्यवस्था, व्यवस्था परिवर्तन। |
| लालू यादव | उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर हो रही देरी के बीच नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है, "बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद भी (नीतीश) सरकार पर ताना मारा है।" | सरकार विरोधी लहर, सामाजिक न्याय। |
3. जन सुराज: प्रशांत किशोर की नई राजनीति
चुनाव में सीधे तौर पर हिस्सा न लेने के बावजूद, प्रशांत किशोर और उनकी जन सुराज पार्टी भी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरी है।
प्रशांत किशोर का बयान: उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन जन सुराज को एक राजनीतिक शक्ति बनाने की कसम खाई है। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि NDA पूरी तरह से अराजकता में है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापस नहीं आएंगे, यह कहते हुए कि JD(U) 25 सीटें भी मुश्किल से जीत पाएगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
बिहार का चुनावी मैदान पूरी तरह से तैयार है। एक तरफ NDA "जंगल राज" और "सुशासन" के नारों से विरोधियों को घेर रही है, तो दूसरी तरफ INDIA ब्लॉक "रोज़गार" और "भ्रष्टाचार" को मुख्य मुद्दा बनाकर युवाओं को साधने की कोशिश कर रहा है। आने वाले दिनों में स्टार प्रचारकों की रैलियाँ और बयान बिहार की सियासी गर्मी को और बढ़ाएंगे। जनता किस एजेंडे पर मुहर लगाती है, यह 14 नवंबर को पता चलेगा।

