मधेपुरा के पदाधिकारियों में सुस्ती सरकार को पड़ सकता भाड़ी ।


मधेपुरा: आलमनगर प्रखंड मुख्यालय के खापुर मध्य विद्यालय के कोरेन्टाइन सेंटर में अभी तक भी सरकार के द्वारा कोई समुचित व्यवस्था नही हूई है, 
जबकि लगातार अप्रवासी ग्रामीणों की संख्या में वृद्धि हो रही है, आज भी यहाँ लगभग 50 की संख्या में लोग बाहर से आये हैं ।लेकिन इन लोगों को  ग्रामीणों के द्वारा घर में रहने नही दिया जा रहा है। जबकि सरकार द्वारा कोरेन्टाइन सेंटर में सभी समुचित व्यवस्था का ऐलान किया गया है लेकिन यहाँ  सरकारी व्यवस्था कुछ नहीं हो रहा है, सभी पदाधिकारी मुखिया से लेकर BDO एवं पुरे जिला  तक सिर्फ कागजात  कार्य ठोस कर रहें है,
 ना कि कोई जमीनीस्तर का काम, कागजात कार्य इतना मजबूत है कि एक भी लोंगो का नाम नही छूटता है।  ये स्थति एक जगह की नही पुरे जिले में अधिकांश पंचायत के कोरेन्टाइन सेंटर की यही हालत है ।
 इससे साफ साफ प्रतित होता है कि सभी पदाधिकारी मिलीभगत बन कर सरकार की शोषण में लगी है । जबकि सरकार इस महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन यहाँ के पदाधिकारियो इसे सफल बनाने में नाकाम साबित हो रही हैं । ऐसा प्रतीत होता है कि पदाधिकारियों का परिवार तो सुरक्षित ही है यहाँ तो भूखे-प्यासे गरीब के बच्चें मर रहें है। यदि यहीं स्थति रही तो पुरा मधेपुरा जिला को कोरोना वायरस की चपेट में आने से  कोई नही रोक सकता है।  जिस कोरेन्टाइन सेन्टर में सरकार की कोई समुचित व्यवस्था नही है लेकिन प्रधानाचार्य एवं ग्रामीणों के मदद से तत्काल 1 दिन का भोजन दिया गया । यहाँ समुचित व्यवस्था नही होने के कारण लोगों यहाँ रहना नही चाहते है।  मौके पर सुधीर सिंह (सरपंच), भोला सिंह, प्रभु सिंह, मिलन सिंह,पंकज सिंह, निर्मल सिंह, सिकंदर सिंह सहित अन्य मौजूद रहे 
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
संवाददाता : रामानंद कुमार (मधेपुरा)