ग्रामीणों ने किया सर्वे कार्य का विरोध, कर्मियों के साथ किया अभ्रद व्यवहार


पीएचसी बगहा दो में सर्वे कार्य में लगे टिकाकर्मियो के साथ ग्रामीणों ने अभद्र व्यवहार की और सर्वे कार्य में मनाही की। जिसकी सूचना टीका कर्मियों के द्वारा आशा फैसिलिटेटर और पीएचसी को दी गई। पीएचसी बगहा दो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा राजेश सिंह ने बताया कि पीएचसी की टीम अस्सी के द्वारा पीएचसी के बैरती गांव में कोरोना संदिग्धों की खोज को लेकर सर्वे करने पहुंची थी। जंहा बैराती गांव के लोग ने सर्वे कार्य में सहयोग नहीं किया साथ हीं सर्वे कार्य में गई टीका कर्मियो के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। जिसके टीका कर्मियों के द्वारा इसकी जानकारी आशा फैसिलिटेटर को दी गई। जिसके बाद आशा फैसिलिटेटर के द्वारा ग्रामीणों को समझाया गया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद पीएचसी प्रभारी के द्वारा इसकी जानकारी प्रखंड बगहा दो के बीडीओ व सीओ व चिउतहा थाना प्रभारी को दी गई। सुचना पर चीउतहा थाना प्रभारी उमाशंकर माझी के नेतृत्व में पुलिस की टीम वहां पहुंची। पुलिस के द्वारा ग्रामीणों को समझाया गया । काफी मस्ककत के बाद ग्रामीण सर्वे कार्य के लिए तैयार हुए। जिसके बाद टीम के द्वारा उक्त गांव में सर्वे कार्य पुनः शुरू किया गया। पीएचसी प्रभारी ने बताया कि सर्वे कार्य में गए कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करने वालो की पहचान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सर्वे कार्य में सहयोग नहीं करने के लोगो को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
 किसान उत्कर्ष  कुमार का कहना हैं कि बेमौसम बरसात एवं ओलावृष्टि के चलते किसनो की गेंहू की फसलों की काफ़ी नुकसान हुआ । जिससे किसानों की कमर तोड़ दी है। ऐसे अगर सरकार के द्वारा किसानों को अनुदान दिया जाता तो कुछ राहत मिलती।
किसान बबलू यादव का कहना है दो दिनों से हो रही बारिश से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। गेहूं की फसल खेतो में गिर गया है साथ ही जो फसल कट चुका है वह भी भिंग गया है। जिससे किसानों को आर्थिक क्षति हुई हैं।
रिपोर्ट : तेज़थिंक न्यूज़ 
चन्द्र भूषण शांडिल्य /बगहा पश्चिम चंपारण