नई दिल्ली, 19 सितंबर 2025:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि “भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के समाज और संस्कृति में बहुत समानताएँ हैं। जब मैं पाकिस्तान और बांग्लादेश गया, तो मुझे घर जैसा महसूस हुआ।”
👉 इस बयान के बाद सियासत गर्म हो गई है।
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बीजेपी ने इसे “देशभक्ति पर सवाल” करार देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
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वहीं, कांग्रेस नेता उदित राज उनके समर्थन में उतर आए और कहा कि “इतिहास और संस्कृति के स्तर पर यह बात सच है। राजनीतिक मतभेदों के बावजूद आम लोगों में काफी समानताएँ हैं।”
🔍 विवाद क्यों हुआ?
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते लंबे समय से राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से तनावपूर्ण रहे हैं। ऐसे में किसी बड़े नेता का “दोनों समाज एक जैसे हैं” कहना विपक्ष को राजनीतिक हथियार थमा देता है।
💬 राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
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बीजेपी: कांग्रेस को इस बयान पर स्पष्टीकरण देने की मांग।
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कांग्रेस: पार्टी का आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है, लेकिन उदित राज जैसे नेताओं ने पित्रोदा की बात को ऐतिहासिक और सामाजिक संदर्भ में सही ठहराया।
🌐 निष्कर्ष
यह बयान सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सवाल उठाता है कि उपमहाद्वीप के बंटवारे के बाद भी क्या हमारी संस्कृति, भाषा और खानपान आज भी हमें जोड़ते हैं?
📌 डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। इसमें दिए गए विचार संबंधित नेताओं के सार्वजनिक बयानों पर आधारित हैं। हमारा मकसद किसी भी राजनीतिक दल या विचारधारा का पक्ष लेना नहीं है