70 बोरा चावल सहित पिकअप वाहन ग्रामीणों ने पकड़ा किया पुलिस के हवाले


मोहम्मद इमदाद आलम की रिपोर्ट


मधेपुरा जिला के चौसा थाना क्षेत्र के मोरसंडा में खाद्यान्न योजना के 70 बोरा चावल की काला बाजारी के लिए ले जा रहे पिकप भेंन सहित चालक को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है।मामला मंगलवार की अर्ध रात्रि बारह बजे मोरसंडा पंचयत के ही ढोढय बासा की बताई गई है।ग्रामीणों ने बताया कि मोरसंडा पंचायत के तीरण वासा वार्ड  5 के  डीलर बासुदेव मंडल के यहाँ से बराबर सरकारी खाद्यान्न योजना के अनाज का काला बाजारी की घटना रात्रि में अंजाम दिया जाता था।ग्रामीणों ने कहा कि मंगलवार की करीब  12 बजे रात्री में  डीलर बासुदेव मंडल के दरवाजे से एक पिकप बेलोरो पर करीब 70 बोरा चावल की काला बाज़ारी करने की उद्देश्य धनेशपुर से नवटोलिया जाने वाली सड़क मार्ग से पुरैनी के खेरोह ले जा रहे थे कि  कि रास्ते मे  ढोराय बासा गांव  में ग्रामीण को शक होने पर गाड़ी को रोकवाया। चालक को और चालक से पूछताछ की तो वे डरते -डरते अनाज को दूसरे जगह बेचने की बात पर  ग्रामीणों भड़क गये और पिकप बेलोरो और उसमें लोडिंग चावल की बोरा की तहकीकात की तो करीब 70 बौरा चावल  को पकड़ लिया। ग्रामीणों की पूछताछ में चालक ने अपना नाम विश्वनाथ सहनी बताया और वे उनके गाड़ी वे दोनों पुरैनी का रहने  वाला बताया है चालक को ग्रामीणों बंधक बनाकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और फुलौत पुलिस को भी सूचना दी। इसके बाद फुलौत पुलिस को ग्रामीणों ने  काला बाज़ारी की अनाज को व गाड़ी चालक को सुपुर्द कर दिया।इस दौरान ग्रामीणों  व जनप्रतिनिधियों ने ओपी परिसर में बुधवार को पुलिस  के समक्ष चालक से भी पूछताछ के दौरान गाड़ी चालक विश्वनाथ ने  बताया कि वे मोरसंडा के डीलर बासुदेव के यहाँ से चावल लेकर वे पुरैनी के खेरोह जा रहे थे।उन्होंने बताया कि वे इस घटना पूर्व में भी चार से पांच बार की है और उन्होंने कहा कि मद्य रात्रि में यह कार्य होने पर किसी को कुछ पता नहीं चलता है। फिलहाल फुलौत ओपीध्यक्ष धनेश्वर मंडल ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा सुपुर्द की गई चावल और पिकप  को जप्त कर चालक गिरप्तार हुई है। ओपीध्यक्ष ने कहा कि प्रखंड आपूर्ति चौसा को भी इस घटना की सूचना दी गई है। उनके द्वारा मामले की जांच पड़ताल होते ही त्वरित  कार्रवाई कर मामला  दर्ज  चालक को जेल भेज दिया जाएगा।जबकि डीलर बासुदेव मंडल का कहना है कि हमे राजनीतिक के तहत ग्रामीण फसाने का प्रयास में मेरा स्टॉक में चावल पर्याप्त है।