गौरैया दिवस पर लोगों को दिया गया घोस्ला

गौरैया दिवस पर लोगों को दिया गया घोस्ला 
रांझा पराती गाने वाली प्रकृति की मंगल गायिका गौरैया को विश्व गौरैया दिवस की शुभकामनाएं ,निःशुल्क घोंसला वितरण कर नैतिक जागरण मंच ने गौरैया संरक्षण के लिए संकल्प .
         जी हां, भारत की विशेष पक्षी और खासकर भारत के नाम के साथ  अत्यंत करीबी से जुड़ी हुई किसी पक्षी का नाम है, तो वह है गौरैया। गौरैया  भारत की घरेलू पक्षी है। इसे घरों में  सांझा पराती गाने वाली प्रकृति की गायिका कहा जा सकता है। यह प्रकृति की वह गायिका है, जो नित दिन सुबह और शाम अपनी मधुर चाहचाहाट से मानो जैसे सुबह में सूरज का स्वागत कर  मानव मात्र  को सुबह में जगने की प्रेरणा देती है ।वहीं दूसरी ओर शाम के समम प्राणी मात्र को घर लौटने की संदेश देते हुए , अस्तगामी सूरज को विदा भी करती है। यह एक मंगलकारी और अच्छे स्वास्थ्य की परिचारिका भी है। क्योंकि यह उन कीटाणुओं  का भक्षण करती है ।जो हमारे लिए नुकसानदेह हैं । 
         नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट बगहा गौरैया संरक्षण के लिए अपनी मुहिम छेड़ दिया है इसके लिए उसने कुछ भोंसले बनवा कर लोगों को निःशुल्क समर्पित किया है। आगे भी कुछ दाना पानी के नाम से कार्यक्रम चलाकर गौरैया संरक्षण हेतु लोगों को जागरूक करेगा और जहां तक संभव हो सकेगा निशुल्क घोसला वितरण करने का प्रयास करेगा ।क्योंकि  गौरैया  जो हमसे दूर हो गई हैं। जिनकी मंगल ध्वनि सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे हैं ।उन पक्षियों व  गौरैया के संरक्षण के लिए नैतिक जागरण मन ने घोंसला वितरण कार्यक्रम का आगाज कर दिया है।आज आप सभी से निवेदन है कि विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर निश्चित तौर पर, हर हाल में गौरैया को अपने घर पुनर्वासित करने के लिए, उन्हें तूने अपने घरों में आश्रय प्रदान कर दाना पानी देने का कष्ट करें। नैतिक जागरण मंच वेलफेयर  ट्रस्ट के तत्वावधान में  2 फरवरी 2020 को सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा के घोषणा दिवस पर गौरैया संरक्षण हेतु माननीय अनुमंडल पदाधिकारी श्री विशाल राज ,एएसपी श्री धर्मेंद्र कुमार विकास कुमार  ,श्री नंदलाल प्रसाद, श्री टुनटुन कुमार गुप्ता जैसे  सरीखे लोगों को घोंसला प्रदान कर इस कार्यक्रम का आगाज किया है। आज इस विश्व गौरैया दिवस पर इसको संप्रेषित कर ,आपको याद दिलाते हुए काफी गर्व का अनुभव हो रहा है।
             आइए ,शादी विवाह जैसे शुभ व मांगलिक अवसरों पर हमारी माताओं और बहनों के की तरह सुबह और शाम को सांझा पराती गाने वाली प्रकृति की इस गायिका गौरैया के संरक्षण में एक कदम जरूर बढ़ाएं। इन्हीं कामनाओं के साथ आपको गौरैया दिवस की पुनः एक बार हार्दिक शुभकामनाएं।
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
च भूषण शांडिल्य / बगहा, पश्चिम चंपारण