लॉक डाउन से पिपी तटबंध पर रुका एंतिरोजन कार्य


लॉकडाउन की वजह से पीपी तटबंध पर एंटीरोजन कार्य ठप है। 
ऐसे में 2020 के बाढ़ पूर्व एंटीरोजन कार्य पूरा होने की उम्मीद नही किया जा सकता है। लॉकडाउन की पालन और कोरोना संक्रमण की फैलाव रोकने के निमित सोशल-डिस्टेंसिंग को लेकर मजदूर घरों में हैं। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन की घोषणा तक  कार्य प्रगति की रिपोर्ट करीब 40 फिसदी है। 
मसलन एंटीरोजन के एजेंडों पर अभी साठ फिसद कार्य शेष है। आकलन किया जा रहा है कि अगर लॉकडाउन के पश्चात 15 अप्रैल से एंटीरोजन कार्य को फिर गति दिया गया तब साठ फिसदी कार्य करने में डेढ़ से दो महीने का समय लग सकता है। जबकि 15 जून से मानसून शुरू हो जाता है। ऐसे में 15 मई तक एंटीरोजन कार्य के पूर्ण होने की उम्मीद नही है। गौरतलब है कि डीविजन एक के अंतर्गत भितहा अवस्थित पीपी तटबंध पर एंटीरोजन कार्य भौतिक रुप में मार्च महीने के प्रथम सप्ताह में शुरू हुआ। इससे पूर्व पीपी तटबंध के जीएच प्रभाग कार्य शुरू किया गया था।  कार्यपालक अभियंता रमेन्दर कुमार सिंह ने बताया कि बहरहाल लॉकडाउन में मजदूरों से कार्य कराना सरकार की घोषणा के खिलाफ गतिविधि होगी। ऐसे में कार्य ठप है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के पश्चात संवेदकों को मैनपावर और संसाधन एक मुश्त पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करके निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि गंडक की आपदा से निब्टना एक प्रकार से सहज और आसान है। लेकिन कोरोना वायरस की चुनौती बड़ी है। गौरतलब है कि डीविजन दो में मात्र एक एंटीरोजन की एजेंडा है। जिसमें पचास फिसदी कार्य कर लिया गया है। कार्यपालक अभियंता हरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि दूलारी प्वाइंट पर एक मात्र एजेंडा है। जिसपर कार्य प्रगति लॉकडाउन के पूर्व संतोषजनक रहा। उन्होंने कहा कि छोटा पैकेज है। ऐसे में 15 मई तक दूलारी प्वाइंट में कार्य पूर्ण करा लेने की पूरी उम्मीद है।
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
चन्द्र भूषण शांडिल्य/बगहा चंपारण