विचित्र प्रकार का फूल देख चर्चाओं का बाजार गर्म, शिवलिंग से हो रही तुलना


वाल्मीकि नगर स्थित सिंचाई विभाग के जी टाइप कॉलोनी से सटे बागीचा टोला निवासी शंभू सिंह के बागान में लगे जिमीकंद (ओल) के पौधे में विचित्र किस्म का फूल ग्रामीणों ने रविवार की सुबह देखा। देखते हीं ग्रामीणों में यह बात आग की तरह फैल गई। जिसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस फूल को देखने के बाद जितनी मुंह उतनी बातें किसी ने इसे आस्था से जोड़ शिवलिंग की उपमा देने लगे, तो किसी ने प्रकृति का अनुपम स्वरूप माना। कितने लोगों ने तो भगवान शंकर का शिवलिंग समझ इसकी पूजा-अर्चना भी शुरू कर दी। इस बाबत जानकारी देते हुए किसान शंभू सिंह ने बताया कि मैंने जिमीकंद (ओल) के बीज को लगाया था। जिसमें निकला यह अद्भुत फूल देखने को मिला।
   वंही जानकार बताते हैं कि इस तरह का विचित्र फूलों की प्रजाति साउथ ईस्ट एशिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और फिलिपिंस देशों में पाए जाते हैं। इस फूल का नाम रेफ्लेसिया अर्नोडी फ्लॉवर है। इस क्षेत्र में इस प्रजाति का फूल मिलना प्रकृति का अद्भुत नजारा है। जो पहली बार देखने को मिला है।
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
चन्द्र भूषण शांडिल्य/बगहा। पश्चिम चंपारण