नदी में पूल से टकराने से दो दुकड़ो में बट गई नाव

नगर के कैलाश नगर में गंडक में पलटी नाव
नाव में सवार 13 लोगों को सफल रिसक्यू कर बचाया गया पर सवार थे लगभग एक दर्जन लोगों
दियारा में खेती बारी को लेकर जा रहे थे लोग
नाव पर सवार सभी को स्थानीय लोगो की सहायता से निकला गया
नदी में पूल से टकराने से दो दुकड़ो में बट गई नाव
बगहा। 
13 लोगों से भरी हुई एक नाव शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे एक नाव गंडक नदी में डूब गई । हालांकि स्थानीय नाविकों के द्वारा सभी लोगो सफल रेस्क्यू कर बचा लिया गया। विशाल राज ने बताया कि कैलाश नगर नाव मेंपर सवार होकर करीब दर्जन भर लिया खेती-बाड़ी व मवेशी के लिए चारा लाने गंडक पार  दियारा में जा रहे थे। इसी दौरान नाव नदी के पुराने पूल टकरा गई । जिस के बाद नाव पर सवार लोग नदी में डूबने लगे जिन्हे स्थानीय नाविकों के द्वारा सफल रेस्क्यू कर बचा लिया है। नगर के वार्ड आठ के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि भोला यादव के अनुसार सुबह करीब आठ बजे नाव दियारा के लिए जा रही थी । नाव में करीब एक दर्जन लोग सवार थे जिसमें 10 पुरुष व तीन महिलाएं सवार थी। उन्होंने बताया बताया कि ज्यो ही नाव नदी के धाराके पास पहुंची  पास के एक पुराने पुल के पाया से टकरा गई। जिससे नाव दो टुकड़ों में बट गया तभी ऐसे में उसमे सवार सभी लोग नदी में डूबने लगे। लोगो नदी में डूबते देख दूसरे नाव में सवार लोगों और नाविकों उस ओर भागे और डूब रहे सभी लोगो को सफल रेस्क्यू कर बचा लिया। घटना की सूचना पर एसडीएम विशाल राज, एसडीपीओ संजीव कुमार, एसपी अभियान धर्मेंद्र झा, बीडीओ प्रणव कुमार गिरि, सीओ राकेश कुमार, पटखौली प्रभारी धरमवीर भारती वहां पहंचकर मामले की जांच की।

आधा दर्जन घटनाओं के बाद भी नहीं संभले कैलास नगर के लोग
कैलाश नगर में नदी में नाव डूबने अब तक दस लोगो की जा चूकी है जान
रोजी रोटी की आस में जान जोखिम में डाल नाव से करते हैं दियारा पार 
बगहा। पश्चिम चंपारण
करीब आधा दर्जन घटनाओं के बाद भी नगर के कैलाश नगर के लोग नहीं चेत रहे हैं। प्रत्येक दिन नगर के विभिन्न घाटों से सैकड़ों की संख्या में लोग जान जोखिम में डालकर कर गंडक पार दियारा में जाते हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से इन घाटों पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। इन घाटों से दर्जनों की संख्या में छोटी बड़ी अनीबंधित नावों का परिचालन होता है। नगर के वार्ड आठ के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि भोला यादव, वार्ड छह पार्षद प्रतिनिधि रंजीत कुमार की माने तो उनका कहना है कि कैलासनगर से प्रत्येक दिन दर्जनों की संख्या में लोग रोजी रोटी, खेती बारी व मवेशियों के लिए चारा लाने के लिए नाव से दियारा  पार जाते हैं। नदी में पुराने पूल के पास नाव दुर्धटना होती है। लेकिन बावजूद इसके लोगों नदी पार करने को मजबुर है। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की ओर से इस घाट पर सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से इन घाटों से बिना निबंधन के नाव और क्षमता से अधिक भार वाले नावों का परिचालन होता है। और प्रशासन उदासीन है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण कैलाश नगर में करीब आध दर्जन दुर्घटनाएं हो चुकी है और इन दुर्घटनाओं में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। 
नगर के घाटों पर सुरक्षा बलों की नहीं है तैनाती
नगर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों के घाटों पर सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। सरकार के निर्देश की सभी घाटों एवं बांधो पर चौकीदरो व सुरक्षा बलों की तैनाती होगी। लेकिन इसके बाद भी नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के किसी भी घाट पर सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं है। और ना ही प्रशासन की ओर से नावों के निबंधन को लेकर कोइ प्रबंध किया गया है।

दुर्घटना के बाद सकते में आया प्रशासन
घाटों पर तैनात होंगे सुरक्षा बल
नावों के निबंधन को लेकर लगेगा कैम्प
शुक्रवार की सुबह नगर के कैलाश नगर के पास हुई नौका दुर्घटना के बाद सकते में आए प्रशासन के द्वारा घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है । नगर सहित आसपास के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में के घाटों पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है । एसडीपीओ संजीव कुमार ने बताया कि नगर के कैलाशनगर सहित सभी घाटों जहां से नाव का परिचालन होता है । वहां पर सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है । साथ ही नदी में छोटी नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है । उन्होंने बताया कि आगामी एक-दो दिनों में भारी बारिश की चेतावनी बाद गंडक नदी के जलस्तर में होने वाली वृद्धि की संभावना को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर नदी के किनारे वाले क्षेत्रों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।  एवं सभी को नदी में प्रवेश नहीं करने की का निर्देश दिया गया है।  वहीं एसडीएम विशाल राज ने बताया कि गंडक नदी में छोटी नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है । साथ ही सीओ को कैंप लगाकर नाव का निबंधन करने का निर्देश दिया गया है । एसडीएम ने बताया कि बिना निबंधन के नावों का परिचालन करने वाले नाभिको पर सख्त कार्रवाई की जाएगी । इसको लेकर संबंधित सीओ को निर्देश भी जारी किया गया है।
डूब रहे लोगों के लिए वरदान साबित हुए मछली मार रहे युवकों की टोली
नगर के कैलाश नगर में नौका दुर्घटना के बाद डूब रहे लोगो के लिए मछली मार युवको की टोली बरदान साबित हुईं। टोली में शामिल रामानंद साहनी, भूला सहनी माने तो उनका कहना है कि दुर्घटना के समय वे सभी लोग नदी में मछली पकड़ रहे थे । इसी बीच देखा कि एक नाव नदी में स्थित पुराने पाए से टकरा गई । जिससे नाव दो टुकड़ों में फट गई । जिससे नाव पर सवार लोग  नदी की धारा में डूबने लगे । ऐसे में उनकी टोली डूब रहे लोगों के पास पहुंची और अथक प्रयास कर नाव में सवार सभी 13 लोगों को डूबने से बचाया । जिन्हें बाद में अन्य नाव पर सवार कर नदी पार कराया गया।  नाव पर सवार अरविंद यादव , चीरई देवी, कौशल्या देवी , सावित्री देवी आदि की मानें तो उनका कहना था कि वे लोग शुक्रवार की सुबह नाव पर सवार हो रोजमर्रा के कार्यों के लिए दियारा पर जा रहे थे । इसी भी नदी के मुख्यधारा में जाते हैं नाविक का नियंत्रण नाव से हट गया एवं नाव पास के पाए से जा टकराई । जिससे नाव दो टुकड़ों में बट गया और भी लोग नदी में डूबने लगे।  इसी बीच पहले से नदी में मौजूद युवकों ने उन्हें अथक प्रयास कर बचाया । उनके युवकों के प्रयास से खुश होकर पटखौली ओपी प्रभारी ने मछुआरों के डोली को पुरस्कृत करने की भी बात कही।

नाव के चालक पर होगी कार्यवाही
शुक्रवार की सुबह नगर के कैलाश नगर में दुर्घटनाग्रस्त हुई नाव के  नाविक पर कार्यवाही होगी । इसकी जानकारी देते हुए बगहा सीओ राकेश कुमार ने बताया कि जांच के क्रम में पाया गया कि दुर्घटनाग्रस्त नाव का निबंधन नहीं था । नाव चालक सुखल यादव के द्वारा बिना निबंधन नाव का ही परिचालन किया जा रहा था । ऐसे में सख्ती से निपटने हुए नाव के चालक सुखल यादव पर कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने बताया कि इसको लेकर पटखौली ओपी में चालक नाव के चालक पर प्राथमिकी भी दर्ज की जा रही है।  साथ ही सभी नाविकों को निर्देशित किया गया है कि अपने अपने नावो का निबंधन करा ले   एवं क्षमता से अधिक लोगों को ना बैठाए। अगर क्षमता से अधिक लोगों को नाव पर सवार पाया गया तो संबंधित नाव के चालक पर भी प्रशासनिक स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
चंद्रभूषण / चंपारण