नहीं थम रहा तेंदुआ का आतंक

वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के जंगल से भटके तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जंगल के बीचो बीच में बसे गांव में हर एक दिन तेंदुआ के घुसपैठ होने से लोग दहशत में आ गए हैं। तथा जान माल की सुरक्षा को लेकर लोग गांव में रतजगा कर रहे हैं। 
     इस दौरान शुक्रवार की देर शाम संत पुर सोहरिया पंचायत के भेड़िहारी थारू टोला गांव एवं करमहवा टोला में जंगल से भटका तेंदुआ गांव में घुसकर घंटों तांडव मचाया। ग्रामीणों की माने तो तेंदुआ ग्रामीणों पर हमला करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने शोरगुल डंडा लाठी तथा हो हल्ला कर के तेंदुआ को जंगल की ओर खदेड़ा। बताते चलें कि पिछले 28 मार्च की सुबह करमहवा टोला के एक घर में  घुसकर छन्नू महतो की पुत्री शमिता कुमारी को तेंदुआ ने हमला कर जख्मी कर दिया था। उसके उपरांत 29 मार्च को थारू टोला गांव में घुसकर तीन अलग-अलग घरों से तीन बकरियों को मार डाला था। इधर ग्रामीण भीम काजी, वासुदेव काजी, गोपाल महतो आदि ने बताया कि पिछले 1 सप्ताह से गांव में तेंदुए की लगातार घुसपैठ होने से लोग दहशत में है। तथा समूह के साथ रतजगा करने पर मजबूर हैं। पंचायत के मुखिया बिंदु देवी ने बताया कि तेंदुआ की मूवमेंट रोज व रोज इस गांव में हो रहा है, कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। इस बाबत पूछे जाने पर बाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंज अधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि सूचना मिली है, तेंदुआ की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए वन कर्मियों की टीम को लगाया गया है। तथा गांव के लोगों को सतर्कता बरतने को कहा गया है
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
चन्द्र भूषण शांडिल्य/बगहा चंपारण