चौसा में दो दिवसीय संतमत सत्संग का 37 वां वार्षिक अधिवेशन शुरू




इमदाद आलम,चौसा मधेपुरा

चौसा प्रखंड क्षेत्र के धनेशपुर धानेमाने डीह पर दो दिवसीय  संतमत सत्संग का 37 वां वार्षिक अधिवेशन  के प्रथम दिन मंगलवार को भागलपुर जिले  के कुप्पाघाट से आए हुए श्री प्रमोद बाबा ने प्रवचन शुरू करते हुए  कहा कि  मंगल मूरति सतगुरु मिलवां सर्वाधार , मंगल मैं मंगल करनौ विनवौ बारंबार,धन्य धन्य सतगुरु सुखदो ,महिमा कहि न जाय। जो कछु कहूं तुम्हरे कृपा ,मौते कछुन बसाय। उन्होंने संत  उपदेश में कहा कि  इंसान पांच पापों का त्याग करें झूठ चोरी नशा हिंसा बेबीचार तजनी चाहिए और सतगुरु का जाप नित्य प्रतिदिन करना चाहिए तभी मानव का कल्याण होगा। श्री सतगुरु से शिक्षा दीक्षा लेकर उसका सच्चे दिल से ध्याना अभ्यास करें। उन्होंने कहा कि पूर्व जन्मों की कठिन तपस्या के बाद मानव जीवन की प्राप्ति होती है इस जीवन को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। मनुष्य को अपने दैनिक कार्य में लीन रहते हुए समय निकालकर ईश्वर की साधना भी करनी चाहिए ताकि मन को शांति और  आत्मीय सुख प्राप्त हो सके।
आयोजक कमिटी के सदस्य  प्रोफेसर शंकर  मंडल ,ब्रह्मदेव मंडल, मनोहर मंडल  विसुंदेव शर्मा  ने बताया कि बाहर से आए हुए  श्रद्धालुओं के लिए रहने एवं खाने-पीने का पूरा प्रबंध किया गया है। आयोजन के मौके पर जिला परिषद सदस्य अनिकेत कुमार मेहता, मुखिया विद्यानंद पासवान , सरपंच रतन शर्मा, पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार, पूर्व सरपंच सिकंदर मंडल, वकील मंडल जीवन ज्योति जनार्दन मंडल अरुण मेहता आदि दर्जनों कार्यकर्ता एवं हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।