घोषई में 501 कन्याओं द्वारा कलश शोभायात्रा निकालकर, पांच दिवसीय यज्ञ का हुआ शुभारंभ


-रामलला की प्रतिमा को स्थापना से पूर्व धूमधाम से करवाया गया नगर भ्रमण




इमदाद आलम, चौसा मधेपुरा

       प्रखंड के घोषई रामजानकी मंदिर में रामलला की प्रतिमा स्थापना को लेकर पांच दिवसीय यज्ञ का शुभारंभ  करीब 501 कन्याओं ने धूमधाम से कलश शोभायात्रा निकालकर किया। चैत्र शुक्ल पक्ष के सप्तमी को पुरे वैदिक विधि-विधान के साथ शुरू हुआ इस महायज्ञ  एकादशी यानी 15 अप्रैल तक चलेगा।
        प्रतिमा स्थापना को विद्यापीठ गुरूधाम बांका से चलकर आये वैदिक शिक्षक पंडित रवि ने बताया कि, "प्राण-प्रतिष्ठा से आशय केवल इतना ही है कि, एक ना एक दिन हमें अपनी इस पंचमहाभूतों से बनी देह प्रतिमा में उस परमात्मा को जो इसमें पहले से ही उपस्थित है, साक्षात्कार कर प्रतिष्ठित करना है।" उन्होंने बताया कि, "जब हम अपनी देह में उस परमात्म तत्त्व को अनुभूत कर पाएंगे तभी हम संसार के समस्त जड़-चेतन में उस ईश्वर का दर्शन कर पाएंगे।"
     आयोजन समिति के सदस्य प्रहलाद शर्मा ने बताया कि, सप्तमी तिथि को 501 कन्याओं के द्वारा कलश शोभायात्रा निकाला गया। अष्टमी तिथि को प्राण-प्रतिष्ठा के लिये काशी से लाये रामलला के साथ सीता, लक्ष्मण ओर हनुमानजी सहित आदि के  अष्टधातु की प्रतिमा को रथ पर सवार कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूरे नगर में भ्रमण की गई। 13 अप्रैल यानी नौवीं तिथि को यज्ञोपवीत संस्कार के द्वारा समस्त प्रतिमाओं का स्थापना नवनिर्मित रामजानकी मंदिर में करवाया जायेगा। अशोक यादव ने बताया कि प्रतिमा स्थापना के साथ ही 48 घंटे का अनवरत रामधुनी यज्ञ भी प्रारंभ हो जायेगा। कलश शोभायात्रा व रामलला के रथयात्रा में ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह शरबत-लस्सी आदि की बेहतर व्यवस्था की गई थी। वहीं भारी भीड़ और सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय मुकेश द्वारा लगातार ड्रोन कैमरे से पूरे पंचायत में नजर रखा गया। शोभायात्रा में मुख्य रूप से प्रखंड उपप्रमुख शशि दास, सरपंच दिनेश शर्मा, मुखिया सुनील यादव, समाजसेवी कुन्दन घोषईवाला, पप्पू शर्मा, वकील राम, अजय खुशबू, गोपाल दास, रजनीश शर्मा, जुगो राय, उपेंद्र यादव, बिन्देश्वरी दास, बबलू झा, सबिता देवी आदि समेत पूरे पंचायत के सैकड़ों महिला-बच्चे, युवा-बुजुर्ग आदि जय श्री राम के नारे लगाते हुए शामिल दिखे।